एम अशोक गहलोत ने रविवार को जोधपुर में सीएए व एनआरसी को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया। रातानाडा में माली समाज छात्रावास में सेठ भीकमदास परिहार व जगदीशसिंह परिहार की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद आयोजित सभा में कहा कि 36 कौम एक जैसी होती है। अभी कुछ लोगों ने सीएए व एनआरसी के नाम पर छेड़छाड़ की है। हमें इससे बचने की जरूरत है। बहुमत से सरकार जरूर बनती है, लेकिन विपक्ष की बात को महत्व देने से ही लोकतंत्र मजबूत होता है।
सेठ श्री भीकमदास परिहार शिक्षा सेवा सदन ट्रस्ट द्वारा संचालित माली समाज छात्रावास में खेल परिसर एवं जिम्नेजियम के लोकार्पण एवं मूर्ति अनावरण समारोह में उन्होंने कहा कि गांव ढाणियों में प्रतिभाएं मौजूद हैं, जिनको आगे लाने का काम समाज का है। युवा प्रतिभाओं को पहचानने और आगे लाने का काम करने वाले सेवाभावी महापुरुषों के योगदान को समाज हमेश याद करता है और नई पीढ़ी उनसे प्रेरणा लेती हैं। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय भीकमदास परिहार और स्वर्गीय जगदीश सिंह परिहार के समाजसेवा के लिए किए गए कार्यों को याद करते हुए कहा कि ऐसे महापुरुष हम सब के लिए प्रेरणापुंज हैं।
ज्योतिबा और सावित्री बाई फुले ने शिक्षा की अलख जगाई थी
गहलोत ने कहा कि डेढ़ सौ साल पहले देश की पिछड़ी जातियों और गरीब तबकों के बीच महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले ने शिक्षा की अलख जगाई थी। उसी प्रकार भीकमदास और उनके सुपुत्र जगदीश सिंह परिहार ने भी जीवन भर मारवाड़ क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने और सर्व समाज को जोड़ने का काम किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने छात्रावास में खेल परिसर एवं जिम्नेजियम का लोकार्पण किया। भीकमदास परिहार और स्वर्गीय जगदीश सिंह परिहार की प्रतिमाओं का अनावरण किया। कार्यक्रम में संस्थान के अध्यक्ष विजेंद्र सिंह परिहार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। प्रो. एचएस टाक ने दोनों समाजसेवियों का जीवन परिचय प्रस्तुत किया। समारोह के संयोजक सुनील परिहार ने शिक्षा सदन की गतिविधियों की जानकारी दी। सभा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, शहर विधायक मनीषा पंवार, राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, विधायक हीराराम मेघवाल, विधायक महेंद्र विश्नोई, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत, राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे भी मौजूद थे।